Tuesday, November 19, 2019

हाइकु कार्यशाला ASN 19 नवम्बर2019

[ दिनांक 19 नवम्बर 2019 को दिल्ली के ASN स्कूल विभिन्न प्रदेशों से आये छात्र-छात्राओं के मध्य हाइकु की कार्यशाला में कमलेश भट्ट कमल एवं डा० जगदीश व्योम ] 

हाइकु कार्यशाला ASN 19 नवम्बर2019

 दिनांक  19 नवम्बर 2019 को दिल्ली के ASN स्कूल विभिन्न प्रदेशों से आये छात्र-छात्राओं के मध्य हाइकु की कार्यशाला में कमलेश भट्ट कमल एवं डा० जगदीश व्योम 

 

Saturday, November 16, 2019

हाइकु-2019 लोकार्पण

समाचारः
विश्व की सबसे छोटी कविता हाइकु को समर्पित "हाइकु-2019" का लोकार्पण
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विगत 14 नवंबर 2019 को ए.एस.एन. सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मयूर विहार, फेज़-1, नई दिल्ली में 'हाइकु- 2019' का लोकार्पण समारोह गण्यमान्य साहित्यकारों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। 'हाइकु 2019' पुस्तक विश्व की सबसे छोटे कलेवर अर्थात 5-7-5 के वर्णक्रम में 17 अक्षरीय कविता हाइकु को समर्पित है।
'हाइकु-2019' का लोकार्पण करते हुए अतिथियों ने हाइकु को जीवन और प्रकृति की कविता के रूप में रेखांकित किया और बताया कि जब आज के आदमी के पास साहित्य की दूसरी लम्बी विधाओं के लिए ज्यादा अवकाश नहीं है, हाइकु के माध्यम से साहित्य का आस्वाद सुगमता पूर्वक लिया जा सकता है। सहजता और गागर में सागर जैसी भाव-प्रवणता इस कविता के प्रमुख गुण हैं। इस संकलन का संपादन कमलेश भट्ट कमल और डॉ. जगदीश व्योम ने किया है ।


दो चरणों में संपन्न इस समारोह में पहले चरण की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार श्री बी एल गौड़ ने की और इस चरण के मुख्य अतिथि थे सुप्रसिद्ध गीतकार-ग़ज़लकार डॉ. कुँअर बेचैन। वहीं दूसरे चरण की अध्यक्षता लखनऊ से कार्यक्रम में आए जाने-माने हाइकुकार श्री आर.पी. शुक्ल ने की तो इस चरण के मुख्य अतिथि का दायित्व निभाया नॉटिंघम, लंदन से आई साहित्यकार श्रीमती जय वर्मा ने।
मेरठ विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर नवीन चन्द्र लोहनी बतौर विशिष्ट अतिथि इस कार्यक्रम में उपस्थित थे तो दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राम नारायण पटेल मुख्य वक्ता थे। श्री हरेराम समीप, फरीदाबाद और डॉ. मधु चतुर्वेदी, गजरौला प्रतिनिधि वक्ताओं की हैसियत से मंच पर उपस्थित थे।
मूलतः जापानी भाषा के काव्य रूप हाइकु का भारतीय भाषाओं से पहला परिचय कविवर रवींद्रनाथ टैगोर ने 1916 ई० में बांग्ला भाषा के माध्यम से कराया था और उन्होंने ही इसे विश्व की सबसे छोटी कविता बताया था। 1959 में अज्ञेय ने अपनी काव्य पुस्तक 'अरी ओ करुणा प्रभामय' में हाइकु की हिंदी में पहली अधिकृत चर्चा की थी। तदुपरांत आठवें दशक में जेएनयू के जापानी भाषा विभाग के अध्यक्ष स्वर्गीय प्रोफेसर सत्यभूषण वर्मा ने हिंदी में हाइकु सृजन को आंदोलन बना दिया और आज कोई पाँच सौ से ज्यादा संग्रह और संकलन हाइकु विधा के प्रकाशित हो चुके हैं। हाइकु के प्रचार प्रसार में डा० जगदीश व्योम द्वारा सम्पादित हाइकु की एकमात्र सम्पूर्ण पत्रिका "हाइकु दर्पण" ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है। डा० जगदीश व्योम विगत दस वर्ष से "हाइकु कोश" के सम्पादन में लगे हैं जिसका पुस्तक के रूप में प्रकाशन जल्दी ही होने जा रहा है। इतना ही नहीं देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कोई आधा दर्जन शोध भी हाइकु पर हो चुके हैं।
'हाइकु- 2019' में देश और दुनिया से चुने गए कुल 65 ऐसे हाइकुकारों की सात-सात हाइकु रचनाओं का संकलन किया गया है जिन्होंने 2009 से 2019 के बीच हाइकु सृजन में उल्लेखनीय स्थान बनाया है। 'हाइकु-2019' हर दस वर्ष पर प्रकाशित होने वाले प्रतिनिधि हाइकु संकलनों की श्रृंखला का चौथा संकलन है। इसका पहला संकलन 'हाइकु-1989' शीर्षक से वर्ष 1989 में प्रकाशित हुआ था।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत विद्यालय प्रबंधक श्री राजीव नयन लूथरा ने किया तो संचालन का दायित्व संपादक डॉ. जगदीश व्योम ने निभाया। एन.सी.आर. के 'हाइकु-2019' में संकलित कोई एक दर्जन रचनाकारों को उनकी लेखकीय प्रतियाँ सम्मान पूर्वक भेंट की गईं। इससे पूर्व सरस्वती स्तुति/ गणेश वंदना विद्यालय की अध्यापिका सुश्री मुखर्जी एवं छात्रा कुमारी किमोठी ने प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में डॉ. सरिता शर्मा, सुजाता शिवेन और ओमप्रकाश यती एवं राजीव नयन लूथरा ने अपनी हाइकु रचनाओं का पाठ किया जिसे श्रोताओं द्वारा ख़ूब सराहा गया।
अतिथियों ने सुन्दर कार्यक्रम के आयोजन हेतु ए एस एन विद्यालय की तथा 'हाइकु-2019' के लिए संपादक द्वय की भूरि-भूरि प्रशंसा की ।
समारोह में सर्वश्री मंगल नसीम, विष्णु सक्सेना, राज कौशिक, विवेक गौतम, अनिमेष शर्मा, तूलिका सेठ, राजा खुगशाल, सुशील शैली, बबली वशिष्ठ, मधुवेश, भारत भूषण आर्य, सोनम यादव, कृष्ण विहारी शर्मा, अरुण सिंह रुहेला, हाइकुकार गुंजन गर्ग अग्रवाल, भूपेंद्र राघव, हाइकुकार पुष्पा मेहरा, हाइकुकार वीणा मित्तल, हाइकुकार रेखा रोहतगी, हाइकुकार किरण मिश्रा स्वयंसिद्धा, हाइकुकार विवेक कवीश्वर, हाइकुकार शबाब हैदर, एल. के दुबे, रनधीर, अलका यादव, कुसुम भट्ट सहित साहित्य जगत की अन्य कई नामी हस्तियों ने शिरकत की।
कमलेश भट्ट कमल ने 'हाइकु -2019' टीम की ओर से तो ए एस एन की प्रिंसिपल श्रीमती स्वर्णिमा लूथरा ने विद्यालय की ओर से अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया ।

हाइकु-2019 लोकार्पण









































हाइकु-2019 लोकार्पण